Matlabi Rishte Dhoka Shayari | झूठे मतलबी रिश्ते शायरी चालाक और मतलबी लोगो पर

हे दोस्तों! आप कैसे हैं? मुझे उम्मीद है कि आप सभी अच्छा महसूस कर रहे होंगे। आज, मेरे पास कुछ खास कविताएँ हैं जिन्हें शायरी कहा जाता है जो मुझे लगता है कि आपको बहुत पसंद आएंगी। वे उन लोगों के लिए लिखी गयी हैं जो केवल अपने बारे में सोचते हैं और एकदम मतलबी और चालाक होते है। आप इन शायरी को अपने जीवन में ऐसे लोगों के साथ साझा कर सकते हैं!

Matlabi Rishte Dhoka Shayari

झूठे मतलबी रिश्ते शायरी

आपने शायद देखा होगा कि कई बार लोग सिर्फ़ अच्छा दिखने या अपने लिए कुछ पाने के लिए दोस्त और आपका हमदर्द होने का दिखावा करते हैं। सावधान रहना और यह सोचना ज़रूरी है कि कोई व्यक्ति सही कारणों से अच्छा व्यवहार कर रहा है या नहीं। अगर आप कुछ स्वार्थी लोगों से मिले हैं, तो आप अपनी भावनाओं को व्यक्त करने के लिए ऐसे दोस्ती के बारे में यह शायरी साझा कर सकते हैं।

भगवान जब तूने रिश्ते बनाना सीखा दिया,
तो अपने मतलब के लिए इन्हे तोडना क्यों सीखा दिया।

Matlabi Rishte Shayari

जिनकी दोस्ती की मिसाल दिया करते थे,
ये हमारे पीठ पीछे हमारी ही कब्र खोद रहे हैं।

 

जिनकी दुआ किया करते थे रोज हजारों में,
वहीं बेचते थे रिश्ते हर रोज शहर और बाजारों में।

 

कभी मतलब के लिए तो कभी मनोरंजन के लिए,
हर कोई प्यार ढूंढ रहा है यहाँ ज़िन्दगी के लिये।

Rishto par Shayari

सड़कों की तरह काश ज़िन्दगी के रास्तों पर भी
लिखा होता की आगे खतरनाक मोड़ है, सावधान रहें।

 

दुनिया की इस भीड़ में एक तनहा सी रूह हूँ,
चेहरे तो कई है जनाब, तभी तो हँसता बहुत खूब हूँ।

Matlab ke Riste Shayari

पक्के और गहरे रिश्ते तो बचपन में बनते थे,
अब बड़े हुए तो पता लगा सब अपने मतलब से बात करते हैं।

 

देख लेना किसी दिन एहसास होगा तुम्हे,
कोई अपना जो बिना मतलब चाहता था तुम्हे।

Love Matlabi Rishte Shayari

जब कोई इंसान नज़र अंदाज़ करना शुरू करदे,
तो समझ लेना उसकी ज़रूरतें आपसे पूरी होगी है।

 

ऐसे दोस्तों से दोस्ती रखिये जो आपकी परवाह करते हैं,
इस्तेमाल करने वाले तो आपको ढूँढ ही लेंगे।

 

यादें उनकी जब भी आती है,
उनके जितना मतलबी और कोई नही,
हर बार बता कर जाती है।

 

ये जो हालत है मेरे, एक ना एक दिन सुधर ही जायेंगे,
लेकिन तब तक काफी लोग, इस दिल से उतर जायेंगे।

 

टूट गया दिल तो शोर क्या करें,
खुद ही किया था प्यार,
अब तुमसे सवाल क्या करें।

Dhoka Shayari Photo

सोचो मत दुनिया का भला,
यहां सब अपनी अपनी करते है,
फर्क नही पड़ता आप खुश है या नही,
बस अपनी खुशी से ही मतलब रखते है।

कटेगी अब ज़िंदगी सुकून से,
कुछ अपनो की मेहरबानी से,
उनके रहते अब हम भी मतलबी हो गए।

जरूर एक दिन वो शख्स तड़पेगा हमारे लिए अभी
तो खुशियाँ बहोत मिल रही है उसे मतलबी लोगो से।

रिश्तों को खुदगर्जियो से तोला हे कुछ लोगो ने,
अब कोई हाल भी पूछे तो मतलब ही नज़र आता है।

रिश्तों पर रुपयों की किश्ते जोड़ देते है,
खाली हो जेब तो अपने हर रिश्तें तोड़ देते है।

मेरी जेब में ज़रा सा छेद क्या हो गया,
सिक्के से ज़्यादा तो रिश्ते गिर गए।

फायदा बहुत गिरी हुई चीज है,
लोग उठाते ही रहते हैं।

हारा हुआ सा लगता है वजूद मेरा,
हर एक ने लूटा है दिल का वास्ता देकर।

ये संग दिलो की दुनिया है, यहाँ संभल के चलना दोस्त,
यहाँ पलकों पर बिठाया जाता है, नजरो से गिराने के लिए!

घमंड था बहुत मेरे रिश्तेदार मेरे है,
लेकिन अच्छा हुआ की,
आप लोगो ने मेरा घमंड तोड़ दिया।

जिन्हे ज्ञान हे उन्हें घमंड केसा,
जिनको घमंड हे, उन्हें ज्ञान केसा।

किस बात पर रिश्तेदार इतने घमंडी हे,
बनकर मिट जाने की हम सब की एक छोटी सी कहानी हे।

जिस पर यकीन होता है जब वह धोखा देता है,
तो पूरी दुनिया मतलबी सी लगने लग जाती है।

अपने मतलब की बारी आई तो सब रिश्ते अच्छे लगने लगे,
और जब अपनों की बारी आई तो सब बुरे लगने लगें।

बहुत अजीब सी है शहरों की रौशनी,
उजालों के बावजूद अच्छे चेहरे पहचानना मुश्किल है।

आजकल के ज़माने में, अपने दिखते नहीं,
और जो दिखते हैं वह अपने नहीं।

यूँ असर डाला है मलतबी स्वार्थी लोगो ने दुनिया पर,
हाल चाल भी पूछो तो लोग समझते है की कुछ काम होगा।

मतलबी रिश्ते पर शायरी जो बुरे वक्त पर धोखा दे

अगर आपका भी कभी बुरा वक्त चला हो और किसी मतलबी इंसान ने आपको देखा दिया हो तो आप उनको ये वाली शायरिया भेज सकते है।

तुम्हारे झूठे वादों का अब,
हमें ऐतबार नहीं, धोखे ने सिखाया हमें,
कोई इस दुनिया में किसी का खास नहीं!

 

धोखा देती है मासूम चेहरों की चमक,
हर कांच के टुकड़े को आप हीरा नहीं समझें!

 

तुमसे धोखा बहुत मिल गया है,
अब मुझे अपने मौके की तलाश है!

 

धोका तूने ऐसा दिया मेरी जिंदगी में,
जब साथ देने की बरी तभी साथ छोड़ दिया तूने!

दोगले लोगों पर शायरी

  1. दोगले लोगों की सिर्फ बातें मीठी होती हैं, दिल नहीं।
  2. दोगलापन एक जहर है जो रिश्तों को धीरे-धीरे खोखला कर देता है।

दुश्मन से तो सावधान रहना सीख लिया,
मगर दोस्त के रूप में छिपे दोगले का क्या करें।

 

दोगला इंसान वही होता है,
जो अपनी असलियत छुपाने में माहिर होता है।

 

दुश्मन से भी खतरनाक हैं, ये दोगले यार,
सामने हँसते हैं, पीछे करते हैं वार।

 

मीठी-मीठी बातें करते हैं, पीठ पीछे वार करते हैं,
दोगले लोग ज़हर घोलते हैं, हर रिश्ता मारते हैं।

दोस्तों, अगर आपको ज़रूरी लगे तो अपनी ज़िंदगी से दोगले लोगों को निकाल दीजिए और सच्चे और दयालु लोगों के लिए जगह बनाइए। मुझे उम्मीद है कि आपको कपटी, स्वार्थी रिश्तों के बारे में ये शायरी पसंद आई होगी।

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