Best 250+ Matlabi Shayari in Hindi | मतलबी शायरी 2025

Matlabi Shayari

ज़िंदगी में हमें कई रिश्ते मिलते हैं, लेकिन हर रिश्ता सच्चा नहीं होता। कुछ लोग सिर्फ अपने मतलब के लिए हमारे करीब आते हैं, ज़रूरत पड़ने पर प्यार और अपनापन जताते हैं और काम निकलते ही हमें भूल जाते हैं। ऐसे मतलबी लोग अक्सर दिल पर गहरी चोट छोड़ जाते हैं। मतलबी शायरी इन्हीं दर्द और अनुभवों को शब्दों में ढालकर सामने लाती है।

इस पोस्ट में आपको मतलबी शायरी का ऐसा संग्रह मिलेगा जो स्वार्थी रिश्तों की सच्चाई को बयां करता है और आपके दिल की अनकही भावनाओं को बयां करने में मदद करेगा।

Matlabi Shayari

Matlabi Shayari
Matlabi Shayari
कभी मतलब के लिए तो कभी बस मनोरंजन के लिए
हर कोई प्यार ढूंढ रहा है यहाँ ज़िन्दगी के लिये !!
कौन देता है उम्र भर का सहारा
लोग तो जनाज़े में भी कंधे बदलते रहते हैं !!
Matlabi Shayari
वाकिफ हैं हम दुनिया के रिवाजों से
मतलब निकल जाए तो हर कोई भुला देता है !!
अपनापन तो हर कोई दिखता है पर 
असल मैं अपना कौन है ये वक्त बताता है !!
ये संग दिलो की दुनिया है, यहाँ संभल के चलना दोस्त
यहाँ पलकों पर बिठाया जाता है, नजरो से गिराने के लिए !!

Matlabi Log Shayari

Matlabi Log Shayari
Matlabi Log Shayari
पक्के रिश्ते तो बचपन में बनते थे
अब तो लोग बात भी मतलब से करते हैं !!
दिल पर इतना बोझ ना रखो जनाब
मतलबी लोगों से नाता थोड़ा कमजोर ही रखो !!
Matlabi Log Shayari
खर्च कर दिया खुद को, कुछ मतलबी लोगों पर
जो हमेशा मेरे साथ थे, सिर्फ मतलब के लिए !!
वक्त कहाँ है किसी के पास
जब तक कोई मतलब न हो खास !!
जितनी जरूरत उतना रिश्ता है यहां
बिन मतलब कौन फरिश्ता है यहां !!

Matlabi Duniya Shayari

Matlabi Duniya Shayari
Matlabi Duniya Shayari
इस दुनिया की एक ही रीत है
जिससे मतलब उसी से प्रीत है !!
मेरी दुनिया का हर शख्स मतलबी निकला 
घर एक आईना था बस वही वफादार निकला !!
Matlabi Duniya Shayari
मतलबी दुनिया में मतलब एक अफ़साने हैं
ज़रूरत पड़े तो लोगों के पास सिर्फ़ बहाने हैं !!
मतलबी इस दुनिया के अजब होते कायदे
हो नुकसान किसी का भी देखे जाते खुद के फायदे !!
बड़े शौक से ग़म को सुनती है ये दुनिया
कोई ग़म में हो तो मुँह फेर लेती है ये दुनिया !!

Rishte Matlabi Shayari

Rishte Matlabi Shayari
Rishte Matlabi Shayari
जमाना सिर्फ मतलब का रह गया है जनाब
यहां कद्र रिश्तों की नहीं मतलब की होने लगी है !!
मतलब बड़े भारी होते हैं निकलते ही 
रिश्तों का वज़न कम कर देते हैं !!
Rishte Matlabi Shayari
रिश्तों को खुदगर्जियो से तोला हे कुछ लोगो ने
अब कोई हाल भी पूछे तो मतलब नज़र आता है !!
मेरे अपनों ने धक्का मारा मुझे डुबोने के लिए
फायदा यह हुआ साहब मैं तैरना सीख गया !!
मेरी जेब में ज़रा सा छेद क्या हो गया
सिक्के से ज़्यादा तो रिश्ते गिर गए !!

Matlabi Paise Ki Duniya Hai Shayari

Matlabi Paise Ki Duniya Hai Shayari
Matlabi Paise Ki Duniya Hai Shayari
रिश्तों पर रुपयों की किश्ते जोड़ देते हैं 
खाली हो जेब तो अपने हर रिश्तें तोड़ देते हैं !!
जब तक पास पैसा है तब तक ही 
लोग पूछते है हाल कैसा है !!
जब तक पैसा मेरे पास रहा तब तक मैं सबका बाप रहा
जब हो गई जेब खाली तो तू कौन है यह सबने कहा !!
मतलबी लोगों का हाल होता है ऐसा
साथ रहते हैं जब तक पास होता है पैसा !!
जब मतलब खत्म हुआ तो सबने मुंह मोड़ा
इस मतलबी संसार में बस खुदगर्जी ने जोड़ा !!

Matlabi Dost Shayari

Matlabi Dost Shayari
Matlabi Dost Shayari
पहले शाम निकलेते थे साथ बैठ कर
अब काम निकलते हैं साथ बैठ कर !!
विश्वास किस पे करूं इस मतलबी दुनिया में
अब तो दोस्त भी मतलबी होने लगे हैं !!
काम आए ना मुश्किल में कोई यहां
मतलबी दोस्त हैं मतलबी यार हैं !!
इस दिल के हाथों होकर मजबूर मौका दे देते हैं
दिल में रहने वाले दोस्त तभी तो धोखा देते हैं !!
दुश्मन से भी खतरनाक हैं, ये दोगले यार
सामने हँसते हैं, पीछे करते हैं वार !!

Matlabi Shayari in Hindi

Matlabi Shayari in Hindi
जिसे हमने अपना खुदा माना वो ही
बड़ा मतलबी और खुदगर्ज निकला !!
मतलबी निकली दुनिया जिसे मैं देर से जान पाया
कमजोरी थी मेरी सभी को अपना कहता चला आया !!
अब न कोई उम्मीद है न किसीसे शिकवा है
जब अपने लोगों को भी मतलबी बनते देखा है !!
किसी को किसी से फर्क नहीं पड़ता
बस मतलब निकल जाना चाहिए !!
मतलबी जमाना है नफरतों का कहर है
ये दुनिया दिखाती शहद है पिलाती जहर है !!

Matlabi Logo Ke Liye Shayari

Matlabi Logo Ke Liye Shayari
Matlabi Logo Ke Liye Shayari
दिलों मे मतलब और जुबान से प्यार करते हैं
बहुत से लोग दुनिया मे यही कारोबार करते हैं !!
मतलबी दुनिया में मतलब एक अफ़साने हैं
ज़रूरत पड़े तो लोगों के पास सिर्फ़ बहाने हैं !!
दो चेहरों का बोझ न उठाया कीजिये
दिल न मिले तो हाथ भी न मिलाया कीजिये !!
जिनको कभी हमने चलना सिखाया था
आज वही हमारे पैर काट रहे हैं !!
मतलबी लोग कुछ ऐसा हुनर रखते हैं 
दिल में जहर और जुबान में रस रखते हैं !!

Rishte Dhoka Rishte Matlabi Shayari

Rishte Dhoka Rishte Matlabi Shayari
Rishte Dhoka Rishte Matlabi Shayari
बड़े वफादार है आजकल के रिश्ते
याद हम ना करे तो वो कोशिश भी नहीं करते !!
जिनकी दुआ किया करते थे रोज हजारों में
वहीं बेचते थे रिश्ते हर रोज बाजारों में !!
भगवान जब तूने रिश्ते बनाना सीखा दिया
तो अपने मतलब के लिए इन्हे तोडना क्यों सीखा दिया !!
जो मतलब के लिए छोड़ गए वो अपने नहीं होते
जिसे साथ निभाना होता हैं वो मतलबी नहीं होते !!
बड़े वफादार है आजकल के रिश्ते
याद हम ना करे तो वो कोशिश भी नहीं करते !!

Dard Matlabi Shayari

Dard Matlabi Shayari
Dard Matlabi Shayari
मानता था मैं दुनिया के लिए कीमती होगा प्यार
वहम था मेरा मतलबी निकला यह सारा संसार !!
पराये लोग वफादार नहीं तो क्या हुआ
धोखेबाज लोग भी तो अपने ही होते हैं !!
नादान था दिल मेरा, इसलिए उसे भी नादान समझ लिया
वो तो इंसानी भेष में एक मतलबी शैतान था !!
दिल में आग और हाथ में गुलाब रखते हैं
यहाँ सब अपने चेहरे पर एक नकाब रखते हैं !!
मतलबी लोगो की मीठी बातें हैं
ये तो सिर्फ एक दिखावा है
चाहे आप भी उन्हें आज़मालो
आपको भी धोखा मिलेगा ये मेरा दावा है !!

Dhoka Dard Matlabi Shayari

Dhoka Dard Matlabi Shayari
Dhoka Dard Matlabi Shayari
निबाह रहे हैं सब यहाँ अपने मतलब की यारियां
मोहब्बत दिल से हो भी तो कैसे हो भला !!
इस मतलबी दुनिया में इश्क सिर्फ दिखावा है
तुझे भी धोखा मिलेगा ये मेरा दावा है !!
दुनिया का पहला उसूल है, जब तक काम है
तब तक राम राम है उसके बाद न दुआ न सलाम है !!
मतलबी दुनिया का किस्सा बड़ा पुराना है
यह हर शख्स खूबसूरत चीजों के पीछे दीवाना है !!
अगर मिलना ही है तो क़द्र करने वालो से मिलो
मतलबी लोग तो खुद तुमसे मिलने आएंगे !!

Sad Matlabi Shayari

Sad Matlabi Shayari
Sad Matlabi Shayari
जैसी तुम हो वैसी ही दुनिया है
मतलबी तुम हो मतलबी दुनिया है !!
उनका मतलबी होना भी पसंद है हमें 
मतलब से ही सही याद तो करते हैं हमें !!
एक बात तो हम अच्छे से जान गए अब
की हर रिश्ते का मतलब बस मतलब ही होता है !!
पहले जैसा रंग नही अब जीवन की रंगोली में
ना जाने कितना ज़हर भरा है लोगो की बोली में !!
कैसे भरोसा करू गैरों के प्यार पर
यहाँ अपने ही मजा लेते हैं अपनों की हार पर !!

Matlabi Shayari in English

Matlabi Shayari in English
Matlabi Shayari in English
Matlabi nikli duniya jise main der se jaan paya 
Kamjori thi meri sabhee ko apna kehta chala aaya.
Waqif hain hum duniya ke rivaazon se
Matlab nikal jaaye to har koi bhula deta hai.
Zarurat Padne Par Har Kisi Ko Apna Banate Hai Log
or Jab Zarurat Na Ho To Unhi Se Pichha Chhudate Hai Log.
Is matlabi duniya mein sab matlab ka khel hain 
Jab matlab nikal jae to koi kisi ka nahin hai.
Matlab poora hone ke baad log bulana to door
Dekhana bhee chhod dete hain
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